बियाडा का एक नया घोटाला

बियाडा का एक नया घोटाला
बिहार में एक सरकारी संस्था है बिहार राज्य औध्योगिक विकास निगम । इस संस्था ने १९७४ में स्कुटर इंडिया लिमिटेड के सहयोग से फ़तुहा में बियाडा की जमीन पर स्कुटर बनाने का एक कारखाना बिहार स्कुटर लिमिटेड (बीएसएल) के नाम से लगाया । तकरीबन २६, ८६ एकड जमीन इसे आवंटित की गई। १०, ६६ करोड का प्रोजेक्ट था। यह कारखाना १९८४ में बंद हो गया . बाद में बीएसाईडीसी ने स्कुटर कंपनी को पुन: शुरु करने के उद्देश्य से फ़र्गुसन एंड कंपनी नाम के एक चार्टड एकाउंटेंट फ़र्म से उक्त कंपनी का आंकलन कराया। फ़र्गुसन एंड कंपनी ने ९, ७३ करोड कीमत लगाई। लेकिन बियाडा ने वर्ष २००७ में जमीन का आवंटन रद्द कर दिया यह कहकर की बीएसाअईडीसी ने ५९, ९३ हजार रुपये नही चुकाये हैं। बाद में यह जमीन सोनालिका ट्रैक्टर के मालिक एल डी मित्तल को मात्र एक करोड साठ लाख रुपये में दे दी गई। यानी दस करोद की जमीन डे्ढ करोड में । आज वहां सोनालिका का गोदाम है । यह है नीतीश का विकास । बियाडा द्वारा आवंटित जमीनों को फ़ैक्टरी या उद्योग के लिये न दे कर गोदाम, शिक्षण संस्थान और माल तक के लिये दे दिया गया । अभी इससे भी बडा एक घोटाले का खुलासा होना बाकी है । बिहार मीडिया दस्तावेज ईकठ्ठा कर रहा है ।
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