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Showing posts from 2015

Quran ayat

9.5, 9.28, 4.101, 9.123, 4.56, 9.23, 9.37, 5.5, 33.61, 21.98, 32.22, 48.20, 8.69, 66.9, 41.27, 41.28, 9.111, 9.58, 8.65, 5.51, 9.29, 5.14, 4.89 and 9.14.

वह लड़की

And fixed her marriage with an engineer. His favorite youngest daughter of her parents. Sharper maps, fine father was over. The daughter of the village zamindar family. Hundreds bigha farming, servant maids. Two brothers and four sisters of the pungent nature. Eye view of the nature of sex as the cast members are chewing. A very Hdkane. None could dare taunt tighten or to seduce. Father, two brothers. Father-in-law of the land was acquired, the mother was the only child of his parents, black color, no sex appeal. Chitta blond angel look like the opposite of his father, body, saddle height. Hvelinuma house in the village squire worthy status. Two home in the city. A work in progress, in the second lane. Families United. Uncle was working in the Department of Health. Dilfek were jolly mood, nurses, while the links themselves White's wife, overjoyed full breasts, smooth cheeks with red gore, but the habit of eating in the hotel every day so who Damned eat the same food at home. P
शादी के दूसरे ही दिन भी या फिर दो-पांच-दस साल बाद भी. - सुनील अंकल माफ करें, यदि मेरी इस पोस्ट ने आपकी भावनाओं को किसी तरह से ठेस पहुंचायी हो तो... मेरे लिए तो वही सच आखिरी सच है, जिसे मैं फेसबुक पर लिखती हूं... बाकियों का नहीं पता.

बेटियो की बिक्री

आठ-नौ साल पुरानी बात है, मेरी शादी से दो दिन पहले ससुराल पक्ष की एक भद्र महिला (जो इस गुरूर से चौबीसों घंटे ओत-प्रोत रहती हैं, कि वह दुनिया की सबसे बुद्धिमान और पढ़ी-लिखी महिला हैं.) ने मुझसे पूछा, "तुम कौन सी गाड़ी ला रही हो? इनोवा या स्कॉरपियो या फिर कोई और लंबी गाड़ी?" इतने वाहियात सवाल का जवाब देने का मतलब की मैं अपना समय बरबाद करती, इसलिए 'अभी थोड़ा व्यस्त हूं' कहकर फोन काट दिया. वह बात वहीं, खत्म नहीं हुई... बल्कि की शादी के बाद भी इन मोहतरमा ने (जब भी मिलीं) जाने-अनजाने मुझसे कई तरह के लीचड़ और बेहूदे सवाल किये, लेकिन मैंने इनकी किसी भी बात का कभी भी जवाब देना ज़रूरी नहीं समझा. खैर, कल शाम सुनील अंकल का फोन आया बता रहे थे, कि "प्रज्ञा (इनकी बेटी उम्र 30 बरस) की शादी तय हो गयी है. तुम्हें बच्चों और प्रतीक के साथ शादी में ज़रूर आना है." मैंने कहा, "जी अंकल पूरी कोशिश करूंगी, लेकिन वादा नहीं कर सकती." फिर देर तक बातें हुईं. अंकल जी चूंकी मुझे मेरे बचपन के दिनों से जानते हैं, इसलिए हमलोग आपस में परिवार जैसे ही हैं. बातों-बातों में मालूम चला (जिस

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हिन्दू आतंकवाद एक सच है राजनाथ जी ।

हिन्दू आतंकवाद एक सच है राजनाथ जी । सत्य को हमेशा स्वीकार करना चाहिये । राजनाथ सिंह एक सच को झूठ साबित करना चाहते है । हिन्दू आतंकवाद एक सच है । भले इसका बचाव करने वाले यह तर्क दे कि इस्लामिक आतंकवाद के जवाब में यह पैदा हुआ । क्या एक आतंकवाद वाद से दुसरे आतंकवाद का खात्मा संभव है ? बाबरी विध्वंस की तुलना अफगान के बामियान बुद्धा की मूर्ति के विखंडन से की जा सकती है । उड़ीसा में ग्राहम परिवार को गाडी में बंद कर के ज़िंदा जला देना क्या हिन्दू आतंकवाद का उदाहरण नहीं था ? धर्मान्त्र्ण अगर समस्या थी तो धर्मान्तर्ण विरोधी कानून बनाया जा सकता था। समझौता एक्सप्रेस में किसे मारा गया ? उनका कसूर क्या था ? क्या मरने वाले इस्लामिक आतंकवादी थे ? तो फिर क्यों मारा ? क्या यह हिन्दू आतंकवाद का उदाहरण नहीं है ? गोधरा का बदला किससे लिया ? नरोदा पटिया वालो से । क्या नरोदा पटिया वालो ने गोधरा किया था ? हिन्दू आतंकवाद के कारण इस्लामिक आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई कमजोर हुई है । दुनिया के अन्य मुल्क भी इस्लामिक आतंकवाद के खिलाफ लड़ रहे है लेकिन वहां के लोगो ने तो प्रतिक्रया में किसी आतंकवाद को जन्म नहीं दिया ।

याकूब का समर्थन मुस्लिम ब्रदरहुड की जित ।

बाबरी विध्वंस के पश्चात मुस्लिम कट्टरपंथियो ने मुम्बई में 12 सीरियल ब्लास्ट किये जिनमे अनजान निर्दोष 257 व्यक्तियों की मौत हुई थी । इस घटना के तकरीबन 22 वर्ष गुजर गए । मरने वालो का परिवार न्याय की आस लगाए बैठा है । इस ब्लास्ट से संबंधित कुछ गिरफ्तारिया हुई परन्तु अधिकतर अपराधी आज भी आजाद घूम रहे है । सीरियल बम ब्लास्ट का षडयंत्र  माफिया डान दाउद इब्राहिम ने रचा और उसके गुर्गो ने इसे अंजाम दिया । कुछेक छोटी मछलिया गिरफ्तार भी हुई । इस काण्ड में शामिल प्रत्येक साजिशकर्ता के परिवार के हरेक व्यक्ति को घटना के पूर्व से लेकर घटना को अंजाम देने एंव वर्तमान हालात की पूर्ण जानकारी है परन्तु देश के कानून की अपनी बन्दिशे है जिसके कारण ब्लास्ट में शामिल अपराधियों के परिवार वाले आजाद घूम रहे है , अपराधियों की पैरवी कर रहे है , उनके लिए भारत के चुनिन्दा स्वघोषित बुद्धिजीवियों को अपने पक्ष में सहानुभूति के वातावरण का निर्माण करने के लिए उपयोग कर रहे है । मुस्लिम ब्रदरहुड ने दुनिया के इस्लामिकरण के लिए एक योजना 1982 में बनाई थी जिसे कोड नेम " प्रोजेक्ट" दिया था । मुस्लिम ब्रदरहुड की इस यो

नितीश :मिडिया के बैलून

हम बिहारियों के लिए मिडिया द्वारा नितीश का चित्रण अचंभित करता है । मधुर मुस्कानधारी नितीश की छवि एक दृढ़ संकल्पधारी,स्वच्छ चरित्र वाले राज्य के विकास के लिए समर्पित ईमानदार मुख्यमंत्री के रूप में मीडिया प्रस्तुत करता है । मीडिया की यह हरकत इस कहावत को चरितार्थ करती है कि "" एक झूठ सौ बार बोलो वह सच दिखेगा " । 1971 से बिहार की राजनीति को बहुत नजदीक से देखता रहा हूँ । अनेको सरकारे आई और गई । उन सभी सरकारों के कार्यकाल पर नजर डालने के बाद  कोई भी निष्पक्ष व्यक्ति दावे के साथ नितीश की सरकार को अभीतक की भ्रष्टत्म सरकार कह सकता है । नितीश कुमार के शासनकाल में घुस की राशि कई गुणा बढ़ गई । जहां पहले सौ रुपया में काम हो जाता था वहां तिन-चार सौ से कम में कोई बात भी नहीं करता है । बिना घुस दिए किसी काम की कल्पना नहीं की जा सकती है । यहांतक की अर्जेंट चरित्र प्रमाणपत्र , जाति और निवास प्रमाणपत्र हासिल करने के लिए भी घुस देना पड़ता है अन्यथा 14 दिन के पहले इन प्रमाणपत्रों को निर्गत नहीं किया जाता है चाहे आवेदक कितनी भी अनिवार्यता में क्यों न हो । शिक्षक बहाली से लेकर बिहार राज्य लोक

Does Size Really Matter?

Does Size Really Matter? In male society, generally speaking, great emphasis is placed on the size of a man's penis. In male to male relationships, penis size is often equated with power, prowess, and ability. In fact, there is much truth to this. A very large penis indicates a superabundance of Yang energy, which is certainly useful on the battle field, for hunting, and other strictly male pursuits. However, in relationships with women, penis size is practically irrelevant. Much more important is that a man's penis should 'fit' the woman's vagina. There are, in fact, three different 'sizes' if you will, to be aware of. A woman may have a shallow Vagina, a medium sized one, or a deep Vagina. It is extremely important that the man's penis is the right size. A large penis needs a deep vagina and may even be damaging for a woman with a shallow Vagina. On the other hand a shorter penis will have trouble satisfying a deep Vagina. Fortunately, most of us ar

Facial Features Can Reveal Vagina Size

It’s always been said that you can tell a man’s penis size by the size of his feet, but did you know that you can actually get an approximate idea about the size and shape of a woman’s vagina based on her facial features? IT’S TRUE I TELL YOU! Believe it or not, Taoist Matchmakers in China were known for pairing couples together based on how well their genitals fit together, and they used the facial features of each person to make that determination. Pretty cool huh? Yes, a man’s penis size can be determined from examining his facial features as well, but this post will focus on the lovely vagina! Each feature on the face correlates to a different characteristic of the vagina, and you may be surprised to find out what the eyes, lips, nose and cheek bones of a woman reveal! It is important for the penis to fit perfectly within the vagina for maximum comfort and pleasure, so take a look at these clues. According to compassionatedragon.com  In Taoist matchmaking tradition: If a woma

आत्मकथा भाग 1 ::खोया ही खोया पाया कुछ भी नहीं

खोया ही खोया पाया कुछ भी नहीं अपनी जिवनी लिखना शायद उतना आसान नहीं जैसा सोचा था. आज जब लिखने के पहले यादो के गलियों से गुजरते हुए वहां पहुचा जहां से झरोखे से कुछ धुंधले दृश्य दिख रहे थे तो खुद को रोने से नहीं रोका पाया . कमरा बंद कर के फुटफुट कर बच्चे की तरफ रोया. बड़की माई, नुनु जी, नेता जी, टूनाइ भैया , बाबूजी, सुभाष , चंदु, अरविंद ,श्याम बिहारी चाचा, माई, ये किरदार याद दिला रहे है गाँव की जहाँ से यादे झांक रही है. सात आठ साल की उम्र रही होगी. स्कुल का प्राथमिक विद्यालय लकड़ी की स्लेट जिसे दावात से गालिस करके चमकाता था , खल्ली से उसपे पाठ लिखता था. दस बजे तक खाना बन जाता था . बड़ा सा घर दसियों लोग एक बड़की माई सबका खाना बिना ऊबे लकड़ी, राहर की झाड या गोइठा पर बनाती थी धुंआ को मुह से फुक कर हटाती थी . स्कुल में खेती की शिक्षा भी दी जाती थी उसके लिए एक एक छोटा सा जमीन का टुकड़ा टीम बनाकर छात्रो को दिया जाता था जिसकी फसल अच्छी हो उसको ज्यादा नंबर मिलता था. सुबह में भात दाल खाकर जाते थे . गरमी में भात खराब ना हो इसलिए पानी में डालकर रखा जाता था. इस पानी वाले भात को सरसों का तेल नमक लाल मिर

फेसबुकिया विदुषी , प्रगतिशील साम्यवादी एंव हिंदुवादियो को समर्पित ::। मस्तराम बनाम चेतन भगत बनाम फेसबुकिया विद्वान :एक सच्ची कहानी :: विवाहेतर संबंध ,

विद्वता के लिए एक चश्मा, खुरदुरी छोटे छोटे बाल वाली दाढ़ी और जे एन यू का टैग । बस आप बन गए फेसबुकिया विद्वान् । उम्र चाहे कुछ भी हो । मैं इस तरह के पोस्ट नहीं करता हूँ परन्तु फेसबुक की एक महिला ने चेतन भगत की सफलता का उदाहरण देते हुए हिंदी साहित्यकारों द्वारा अपनी पुस्तको की बिक्री न होने के लिए बहाने बनाने की आदत पर बहुत ही अच्छा सारगर्भित पोस्ट किया था उक्त पोस्ट पर एक फेसबुकिया विद्वान् टपक पड़े और यह टिपण्णी /कमेन्ट किया """ A kshat  seth ::  म ाफ़ कीजिये पर चेतन भगत समय की मांग हैं। ये बात सही है कि उन्होंने पाठक वर्ग में नयी ज़मीन तोड़ी है- पर ऐसा मस्तराम और वेद प्रकाश शर्मा भी पहले कर चुके हैं। अंतर बस ये हैं कि श्रीमान भगत सभ्यता की पतली सी चादर अपनी लेखनी को उड़ाकर रखतेहैं व नतीजतन आप बैठक में खुलकर यह कह सकते हैं कि आप चेतन भगत पढ़ते हैं। इस पतली सी चादर के नीचे एक बाज़ारवाद और पूंजीवाद का समर्थक मस्तराम बैठा है जो लड़की को चीज़ से ज़्यादा कुछ नहीं समझता है । A kshat   s eth :: S aket bhai, Mujhe Mastram se koi dqqat nahi hai. In fact I love him for being upfront about