ममता जी बोरिया – बिस्तर समेटिये

ममता जी बोरियाबिस्तर समेटिये
बंगाल में ममता बनर्जी की लोकप्रियता का ग्राफ़ बहुत तेजी के साथ गिरा है । हालात ऐसे हो गये हैं कि समय के पहले चुनाव कराना पड सकता है । आम लोग और वह तबका जिसने ममता बनर्जी को सता तक पहुंचाया था , अब यह कहने लगा है कि कम्यूनिस्ट अच्छे थें । बंगाल के चारपाच बडे शहरो में बिहारयूपी के लोगों की अच्छी खासी तादात है और इन्होने ममता बनर्जी को वोट दिया था । आज वह सारे लोग नाराज है ममता बनर्जी से तथा उनकी सरकार की तुलना लालू जी के शासन से कर रहे हैं जहां अंतिम पाच वर्षो में सिर्फ़ गुंडागर्दी नजर आई थी । लोग खफ़ा हैं , ममता जायेंगी, साम्यवादी आयेंगें । साम्यवादियों ने  28 फ़रवरी को बंद का आह्वान किया है , उस दिन ममता बनर्जी को पता चल जायेगा, उनकी औकात क्या रह गई है । बंगाल की गलियों तक में सन्नाटा पसरा रहेगा । बिहार मीडिया ने यह सर्वे किया है इसलिये इतने दावे के साथ हम यह कह रहे हैं । ममता के खिलाफ़ न सिर्फ़ बंगाल है बल्कि पूरा हिंदुस्तान है , कारण है उनका स्वंय को सबसे सही समझना । कांग्रेस भी ममता का विकल्प तलाश रही है , अच्छा है समय रहते किनारा कर ले अन्यथा हम तो डुबेंगे सनक , तुम्हें भी ले डुबेंगें की तर्ज पर कांग्रेस को भी खामियाजा भुगतना पडेगा जैसे बिहार में लालू राज में हुई गुंडागर्दी का विरोध न करने का भुगतना पडा । बिहार मीडिया ने हमेशा सच को सामने लाने का काम किया है । अन्ना के रंग में जब सभी लोग रंगे हुये थें , बिहार मीडिया अकेला पोर्टल था जिसने अन्ना चौकडी की सच्चाई को सामने लाना शुरु किया । रामदेव की सच्चाई भी हमने सामने लाई । नीतीश के सेसंरशिप को हमने सामने लाया । अब सब वही अलाप  रहे हैं जो बिहर मीडिया ने बहुत पहले कह दिया था ।  28  फ़रवरी मात्र दो दिन बाद है ।


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