पशुवध के खिलाफ़ आमरण अनशन




आज दिनांक १२ मई २०११ : जैन मुनी मैत्री प्रभा सागर जो ्यूपी में आठ नये स्लाटर हाउस की अनुमति दिये जाने के खिलाफ़ विगत १६ दिनों से यूपी के बगपत जिले के बडौत में आमरण अनशन कर रहे थें, उन्हें आज यूपी पुलिस द्वारा गिरफ़्तार कर लिया गया । जैन मुनी को पुरे देश के विभिन्न संगठनो द्वारा समर्थन मिल रहा है । मेरठ के अहिंसा समाज , मुम्बई का अमर्त मठ, केराला के एस सी रामास्वामी और गोरक्षा समाज के प्रदीप पांडे खुलकर के जैन मुनी के इस अनशन का समर्थन कर रहें हैं। सैकडो छोटे – बडे संगठन तथा व्यक्ति भी इस आंदोलन से जुड गये हैं। जैन मुनी को मिल रहे समर्थन का अंदाजा १० मई मंगलवार को मेरठ बंद के दौरान मिले जन समर्थन से पता चलता है । छोटी-छोटी दुकाने तक स्वेच्छा से बंद रही । इन स्लाटर हाउस के खुलने से प्रतिदिन बीस हजार जानवरों का वध एक बूचड खाने में होगा । ये सभी बूचडखाने यांत्रिक हैं । स्लाटर हाउस की आवश्यकता की पूर्ति के लिये बिमार जानवरों का भी वध किया जायेगा । वैसे भी जानवरों को बुरी तरह से ठुस –ठुसकर ट्रकों में भरकर ले जाया जाता है । न सिर्फ़ ले जाने की प्रक्रिया गलत है बल्कि बिना सरकारी नियमो के पालन किये गैर कानूनी तरीके से जनवरो का निर्यात किया जाता है । गांधी के अहिंसावादी देश का इससे घर्णित चेहरा नही हो सकता है । जानवरो की इस तस्करी में पुलिस महकमा भी मिला रहता है । दुधारु गायों की कमी का यह भी एक कारण है ।

बिमार जानवरों का वध अति अमानवीय कार्य है तथा उन जानवरों का मांस खानेवाले भी गंभीर बिमारी की चपेट में आ जाते हैं। जैन मुनी के स्वास्थय की जांच कर रही डाक्टरों की टीम के अनुसार उनका स्वास्थय बहुत तेजी से गिर रहा है और किडनी को नुकसान का खतरा पैदा हो गया है

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