जिहाद के खिलाफ़ जिहाद

जिहाद के खिलाफ़ जिहाद

आतंकवादियों के खिलाफ़ मुस्लिम महिलाओं की नई पहल
ब्रिटेन की मुस्लिम महिलाओं ने अपने संगठन इंस्पायर के माध्यम से इस्लाम के नाम पर फ़ैलाई जा रही हिंसा के खिलाफ़ संघर्ष की शुरुआत क दी है। इंस्पायर एक संस्था है जिसकी स्थापना सारा खान और तहमीना सलीम नाम की दो महिलाओं ने की है । इस संस्था की प्रोजेक्ट मैनेजर हैं कलसूम बशीर । इन तीनों महिलाओं ने विश्व शांति के लिये प्रसिद्ध इस्लाम को आतंकवादियों ने हिंसा और महिलाओं के शोषण का पर्याय बना दिया है । यह संस्था मुस्लिम महिलाओं के अंदर नेतर्त्व क्षमता विकसित कर उन्हे समाज का रोल माडल बनाने का कार्य करती है । संस्था वर्तमान में ब्रिटेन तथा पुरी दुनिया में मुस्लिम महिलाओं की तरक्की के लिये कार्य कर रही है । इंस्पायर का मानना है कि किसी भी समाज के विकास के लिये महिलाओं का सहयोग जरुरी है । इंस्पायर का मानना है कि मुस्लिम महिलाएं दुसरे धर्म की महिलाओं से अलग नहीं हैं
यह संस्था प्रशिक्षण और विकास, प्रकाशन, इवेंट मैनेजमेंट और स्थानीय महिलाओं के नेटवर्क का निर्माण सहित विभिन्न सेवाओं प्रदान करती हैं. इंस्पायर स्थानीय, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मुस्लिम महिलाओं को सशक्त बनाने पर ध्यान केंद्रित करते हुये सामुदायिक एकता को मजबूत बनाने, उग्रवाद के सभी रूपों को रोकने, लैंगिक समानता को बढ़ाने और मानव अधिकारों को बढ़ावा देने के कार्य में लगी है ।

इस संस्था की सह संस्थापक

सारा खान मुस्लिम समुदाय के साथ काम करने के वर्षों के अनुभव के साथ एक समुदाय के विकास की विशेषज्ञ हैं. उन्होने विशेष रूप से मुस्लिम और विविध पृष्ठभूमि की युवा मुस्लिम महिलाओं के साथ काम किया है . 2002 में सारा एक राष्ट्रीय मुस्लिम महिलाओं के युवा संगठन के लिए दो साल के लिये अध्यक्ष चुनी गई थीं. मार्च 2009 में, सारा को समानता और मानवाधिकार आयोग मुस्लिम महिला पावर कमेटी के लिए चुना गया था.
सारा एक योग्य अस्पताल फार्मासिस्ट है और फार्मेसी में मास्टर्स किया है.
सारा ने विदेश और राष्ट्रमंडल कार्यालय द्वारा आयोजित की यात्राओं के माध्यम से दुनिया भर में युवा ब्रिटिश मुस्लिम महिलाओं के विचारों का प्रतिनिधित्व किया है .सारा शादीशुदा्ऐं और दो बच्चों की मां हैं.


तहमीना सलीम
कार्यकारी प्रबंधक और सह संस्थापक

तहमीना ने एक सामाजिक कार्यकर्ता की हैसियत से स्वैच्छिक क्षेत्र में 17 से अधिक वर्षों तक काम किया है. वह एक विधि स्नातक हैं तथा हडर्सफ़ील्ड विश्वविद्यालय के लिए एक सामाजिक शोधकर्ता भी रही हैं।

तहमीना को वर्ष 1998 में 1000 से अधिक सदस्यों वाली एक राष्ट्रीय मुस्लिम युवा संगठन की महिला वर्ग की अध्यक्ष भी चुनी गई थीं। तहमीना ने अमेरिका और सूडान में अंतरराष्ट्रीय युवा सम्मेलनों में इस संस्था का प्रतिनिधित्व भी कर चुकी हैं ।

ब्रिटेन के एक इस्लामिक सोसाइटी द्वारा मुस्लिम महिलाओं को और अधिक सक्रिय और सामाजिक बनने के लिए प्रोत्साहित करने का कार्य कर चुकी हैं। मतलब है पता लगाने के शरीर - 2004 में तहमीना ने महिला भागीदारी सलाहकार समूह की अध्यक्षता की.

तहमीना, ब्रैडफोर्ड में 1995 में मनिंगघंम दंगों के बाद से सांस्कृतिक जागरूकता प्रशिक्षण में शामिल हुई तथा 1997 में तहमीना ने अधिकारियों कों प्रशिक्षण द्ने के लिये ब्रैडफोर्ड शहर के वेस्ट यॉर्कशायर पुलिस के हाथो एक अच्छे नागरिक का 'पुरस्कार प्राप्त किया था .
तहमीना अपने पति और तीन जवान बच्चों के साथ ल्यूटन में रहती हैं.


कलसूम बशीर
परियोजना प्रबंधक

कलसूम ने बड़े पैमाने पर मुस्लिम समुदाय के साथ पिछले 25 वर्षों तक काम किया है. बशीर ने रेडियो रमजान , रेडियो हज और रेडियो सलाम के लिये भी काम किया है । कसलूम स्थानीय सामुदायिक रेडियो स्टेशनों पर शिक्षक, स्कूल राज्यपाल, सामुदायिक संपर्क अधिकारी और रेडियो प्रस्तुतकर्ता की भूमिका में भी रही है. बीबीसी रेडियो ब्रिस्टल पर “दिन के लिए सोचा” कार्यक्रम में भी वह लगातार भाग लेती रही हैं। . वर्तमान में वह राष्ट्रीय मुस्लिम महिला सलाहकार समूह की सदस्य हैं जो मुस्लिम महिलाओं के मुद्दे पर सरकार को सलाह देने का काम करती है ।










निभा रानी की रिपोर्ट

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