रखैल रखना इस्लाम के खिलाफ़ नही है



रखैल रखना इस्लाम के खिलाफ़ नही है
कुवैत की एक पूर्व महिला सांसद सलवा अल मुतैरी जो टीवी होस्ट भी हैं उसने सेक्स गुलाम को कानूनी जामा पहनाने और वार ग्रसित देशों की गैर मुस्लिम महिलाओं को सेक्स गुलाम के रुप में रखने की वकालत की तथा इसे वार ग्रस्त देशों की भुखमरी की शिकार महिलाओं के हक में बताया । यह कुवैत के मर्दों को पत्नियों से धोखाधडी तथा देश की सभ्यता की रक्षा के लिये सही ठहराया तथा कहा कि एक गैर मुस्लिम सेक्स गुलाम को रखना शादी के समतुल्य है । सेक्स ्गुलाम की खरीद करने की भी सलाह उन्होने दी। सलवा ने अपने विचार के समर्थन में आठ्वीं सदी के मुस्लिम नेता हारुन अल रशीद का उदाहरण जिसने आज के इरान, इराक और सिरिया में शासन किया था तथा जिसके रखैलों की संख्या दो हजार तक होने की बात कही जाती है। सलवा ने यह भी कहा कि यह शरीयत के अनुसार हराम नही है । सलवा के बयान ने एक नया विवाद खडा कर दिया है ।

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