सम्मेलनों का दौर : श्रमजीवी पत्रकार संघ का सम्मेलन


लगता है आजकल सेमिनारों का दौर चल रहा है । बिहार के पत्रकार मित्र भुनेशवर गये हुये हैं । वहां पत्रकारों का सम्मेलन है । श्रमजीवी पत्रकार संघ का सातवां राष्ट्रीय सम्मेलन । इस सम्मेलन का उदघाटन उडीसा के राज्यपाल भंडारी ने किया । पतना के पत्रकार विनायक विजेता ने अपने वाल पर उदघातन समारोह की एक तस्वीर पोस्ट की है , उसे हम यहां दे रहे हैं ।इधर बोधगया के संबोधी रिसोर्ट में भारतीय संसदीय संस्थान एवं इन्टरनेशनल काउंसिल आन मैनेजमेंट आफ़ पोपुलेशन प्रोग्राम , मलेशिया के द्वरा एक परिचर्चा का आयोजन किया गया था ।

उदय नारायन चौधरी विधानसभा अध्यक्ष ने उदघाटन  किया । बिहार के राजनेताओं में रामचन्द्र पूर्वे , राजनिति प्रसाद , राज्यसभा सदस्य, किरन घई , रामेश्वर चौरसिया ने भी इस परिचर्चा में भाग लिया । दो दिन का यह कार्यक्रम था । एक पैनल में मैं भी था । उस पैनल के अध्यक्ष थें डा० डी के सारंगी पूर्व स्वास्थय मंत्री । मोडरेटर थें दीपक गुप्ता , पटना के प्रभात खबर के रजनीश उपाध्याय और इंडियन एक्सप्रेस की सहायक  संपादक रह चुकी पामेला फिलिपोज । परिचर्चा का विषय था गर्भवती महिलाओं का  स्वास्थ एवं अधिकार । परिचर्चा के बारे में बाद में विस्तार से चर्चा करुंगा । दो दिन तक चर्चा का आनंद लिया , मोमेंटो के अलावा डेढ हजार रुपये का चेक भी मिला । चलिये इतने सारे अच्छे  और अपने क्षेत्र के प्रसिद्ध लोगों के साथ विचार विमर्श का आनंद भी उठाया उपर से डेढ हजार रुपया भी ।पामेला के बारे में इसके पहले मुझे कुछ नही पता था । प्रश्नोतर काल के दौरान मेरे द्वारा पुछे गये कुछ प्रश्नों की उन्होने खाने के दौरान प्रशंसा की , मेरी उनसे मित्रता भी हो गई ( भैया बिहार के पत्रकार मित्रों मित्रता का अर्थ मित्रता है ज्यादा  दिमाग लगाने और खोजने की जरुरत नही है ) । बाद में नेट पर देखा तब पता चला पामेला एक नामचीन हस्ती हैं , पत्रकार जगत की । अच्छा हुआ पहले से नही पता था वरना  सहजता नही रहती रिश्तों में  ।



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ढेर सारी तस्वीरें हैं , बाकी फ़िर कभी

Comments

  1. shukra hai.....der se hi sahi, aap bhi un gadahon ke line me aa hi gayee......khair... taswiron me aapki burapee ki lalak achhii dikh rahi hai.........

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  2. किन गदहों की लाइन में बंधु ?

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