एन डी टी वी दर्शको कों उल्लू समझता है



एन डी टी वी दर्शको कों उल्लू समझता है

अन्ना का आर एस एस के साथ संबंध है तथा अन्ना ने नानाजी देशमुख के साथ एक संस्था  बनाई थी, इससे संबंधित समाचार तथा फ़ोटो नई दुनिया ने प्रकाशित किया था । उसके बाद किरन बेदी ने दिग्विजय सिंह की नानाजी देशमुख के साथ एक फ़ोटो ट्विट किया । बस एक नई बहस छिड गई तस्वीरों को लेकर । अन्ना ग्रुप यह तर्क देने लगा कि अन्ना की तस्वीर नाना जी देशमुख के साथ होने के आधार पर उनका आर एस एस से संबंध नही जोडा जा सकता । मीडिया की भूमिका सबको पता है , एक डी टी वी एक कदम आगे निकल कर नानाजी के साथ अन्य नेताओं की तस्वीर दिखाने लगा और प्रश्न खडा कर दिया कि क्या जिन नेताओं की तस्वीर नाना जी के साथ उन्हें तस्वीरों के आधार पर आर एस एस से संबंधित बताया जा सकता है ।
सबसे पहले तो यह सारा मामला हीं एन डी टी वी ने गलत तरीके  से प्रस्तुत किया । नई दुनिया ने तस्वीर के साथ यह खबर भी छापी थी कि अन्ना हजारे ने नाना जी देशमुख के साथ मिलकर एक संस्था बनाई थीग्राम विश्वइस संस्था के अध्यक्ष नानाजी देशमुख थें और महासचिव अन्ना । यह संस्था दीन दयाल शोढ संस्थान से जुडी हुई थी । मामला सिर्फ़ किसी के साथ फ़ोटो होने न होने का नही था। मामला है कि क्या अन्ना का संबंध आर एस एस से रहा है ? एन डी टी वी आई बी एन ७ और स्टार न्यूज इन्हें शायद यह नही पता है कि टीआर्पी गिर रही है , दर्शक अब अन्ना चौकडी के ड्रामे को देखने के वजाय मनोरंजन चैनल देख रहे हैं । खैर एक बात तो तय है , मीडिया में बरखा दत की औलादें बढती जा रही है । आई बी एन का आशुतोष इसका जवलंत उदाहरण है

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