एक बदतमीज कलक्टर की हरकत
एक बदतमीज कलक्टर की हरकत
आजद भारत के नव जंमीदार हैं आई ए एस जो जिलाधिकारी के पद पर काम करते हैं । जनता को तो ये रोज अपमानित करते हीं हैं , पत्रकारों और समाज के अन्य प्रतिष्ठित लोगों का अपमान करने में भी ये नही हिचकते । इनका वेतन देश की जनता के पैसे से मिलता है , घूस की रकम जो ये लेते हैं , वह भी जनता का होता है , लेकिन यह बात इन्हें समझाये कौन । राजनीतिग्य तो इनको माथे पे चढा कर र्खते हैं। अभी जिनके बारे में हम बता रहे हैं वे हैं रायगढ़ के जिलाधिकारी.. इनका नाम है अमित कटारिया. सब जानते हैं कि डीएम यानि कलक्टर वे लोग बनते हैं जो आईएएस की परीक्षा में सफल हुए होते हैं. देश-दुनिया के इतिहास भूगोल समाज राजनीति को पढ़कर और अपने किसी एक खास विषय में विशेषज्ञता रखने वाले होनहार छात्र डीएम तो बन जाते हैं.
ये डीएम लंबी चौड़ी ट्रेनिंग भी हासिल कर लेते हैं, पर जब असल दुनिया से उनका साबका पड़ता है तो कइयों का असली चेहरा सामने आ जाता है. पूरे जिले का मुखिया अगर किसी की बात सुनते हुए अभद्र, बदतमीज और अधीर हो जाए तो उसे आप क्या कहेंगे. क्या ऐसे व्यक्ति को जिलाधिकारी का पद दिया जाना चाहिए. घटनाक्रम रायगढ़ जिले का है. भाजपा नेता और वरिष्ठ पत्रकार रोशनलाल अग्रवाल को जिलाधिकारी अमित कटारिया ने किस तरह डांटा, हड़काया और अपने चेंबर से भगाया, इसके साक्षात दर्शन इस वीडियो के जरिए कर सकते हैं.
डीएम ने जिस अंदाज में बदतमीजी की है, उसकी सब लोग निंदा कर रहे हैं. बताया जा रहा है कि रायगढ़ के जूटमिल क्षेत्र में गौरवपथ के निर्माण के दौरान अतिक्रमण हटाने में गरीब पीड़ितों का पक्ष रखने गये भाजपा कोर कमेटी के सदस्य, हाउसिंग बोर्ड के पूर्व डायरेक्टर और वरिष्ठ पत्रकार रोशनलाल अग्रवाल से डीएम ने न सिर्फ अभद्रता की बल्कि उन्हें अपने गार्ड के जरिए चेम्बर से बाहर भी करवा दिया.
रोशनलाल यह कहने कलेक्टर अमित कटारिया के पास गये थे कि जब नगर निगम ने कुछ लोगों के घरों के निर्माण का नक्शा काटा है तो उन अधिकारियों को भी दण्ड मिलना चाहिये, जिन्होंने गरीबों को गलत नक्शा काटकर दिया. डीएम अचानक भड़क उठा. उन्हें रोशनलाल का जनता का पक्ष रखने का अंदाज पसंद नहीं आया. डीएम ने उंगली उठाते हुए रोशनलाल को डपटा तो रोशनलाल ने डीएम से अभद्रता न करने को कहा. फिर क्या था, डीएम लगभग क्रोध में पागल हो उठा. उसने रोशनलाल को चेंबर से जाने के लिए कई बार कहा-डांटा और अपने गार्डों को बुलाया. वीडियो देखने के लिए इस तस्वीर पर क्लिक करें...
ये डीएम लंबी चौड़ी ट्रेनिंग भी हासिल कर लेते हैं, पर जब असल दुनिया से उनका साबका पड़ता है तो कइयों का असली चेहरा सामने आ जाता है. पूरे जिले का मुखिया अगर किसी की बात सुनते हुए अभद्र, बदतमीज और अधीर हो जाए तो उसे आप क्या कहेंगे. क्या ऐसे व्यक्ति को जिलाधिकारी का पद दिया जाना चाहिए. घटनाक्रम रायगढ़ जिले का है. भाजपा नेता और वरिष्ठ पत्रकार रोशनलाल अग्रवाल को जिलाधिकारी अमित कटारिया ने किस तरह डांटा, हड़काया और अपने चेंबर से भगाया, इसके साक्षात दर्शन इस वीडियो के जरिए कर सकते हैं.
डीएम ने जिस अंदाज में बदतमीजी की है, उसकी सब लोग निंदा कर रहे हैं. बताया जा रहा है कि रायगढ़ के जूटमिल क्षेत्र में गौरवपथ के निर्माण के दौरान अतिक्रमण हटाने में गरीब पीड़ितों का पक्ष रखने गये भाजपा कोर कमेटी के सदस्य, हाउसिंग बोर्ड के पूर्व डायरेक्टर और वरिष्ठ पत्रकार रोशनलाल अग्रवाल से डीएम ने न सिर्फ अभद्रता की बल्कि उन्हें अपने गार्ड के जरिए चेम्बर से बाहर भी करवा दिया.
रोशनलाल यह कहने कलेक्टर अमित कटारिया के पास गये थे कि जब नगर निगम ने कुछ लोगों के घरों के निर्माण का नक्शा काटा है तो उन अधिकारियों को भी दण्ड मिलना चाहिये, जिन्होंने गरीबों को गलत नक्शा काटकर दिया. डीएम अचानक भड़क उठा. उन्हें रोशनलाल का जनता का पक्ष रखने का अंदाज पसंद नहीं आया. डीएम ने उंगली उठाते हुए रोशनलाल को डपटा तो रोशनलाल ने डीएम से अभद्रता न करने को कहा. फिर क्या था, डीएम लगभग क्रोध में पागल हो उठा. उसने रोशनलाल को चेंबर से जाने के लिए कई बार कहा-डांटा और अपने गार्डों को बुलाया. वीडियो देखने के लिए इस तस्वीर पर क्लिक करें...
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