पाकिस्तान की जानकारी में होता है ड्रोन हमला
पाकिस्तान की जानकारी में होता है ड्रोन हमला
विकिलिक्स का नया खुलासा
ओसामा की निगरानी की जानकारी थी पाकिस्तान को
विकिलिक्स ने एक केबल के हवाले से यह खबर उजागर की है कि पाकिस्तान के कबिलाई ईलाके में अमेरिका के द्वारा किये जा रहे ड्रोन हमले उसकी सहमति से होते हैं । सितंबर २००९ से हीं अमेरिका तथा पाकिस्तान के द्वारा संयुक्त अभियान चलाया जा रहा है लेकिन पाकिस्तान के लोगों की अमेरिकी विरोधी भावना के कारण पाकिस्तान ड्रोन हमले की जानकारी होने से ईंकार करता आ रहा है । सितंबर २००९ में अमेरिका तथा पाकिस्तान ने आतंकवाद विरोधी कारवाइ से संबंधित सारी सुचनाओं को एक दुसरे से साझा करने की शुरुआत की थी । सुचनाओं को साझा करने के दायरे में पाकिस्तान सैनिक मुख्यालय को भी रखा गया है । पाकिस्तान के फ़्रान्टियर कार्प , ग्यारहवी कार्प के मुख्यालय में इंटेलिजेंस को साझा करने तथा उसके आधार पर कारर्वाई करने के लिये केन्द्र की स्थापना की गई थी । पाकिस्तान की सेना के चीफ़ जेनेरल अशफ़ाक कयानी ने अमेरिका के सेन्ट्रल कमांड के एडमिरल विलियम जे फ़ालेन को तालिबानी वर्चस्व वाले उतरी एवं दक्षिणी वजिरस्तान की निगरानी करने के लिये कहा था । पाकिस्तान लगातार ड्रोन हमले में अपनी सहभागिता से ईंकार करता रहा है लेकिन इस खुलासे के बाद पाकिस्तान की अपने हीं मुल्क में आलोचना शुरु गई है । पाकिस्तान सेना के विभिन्न बटालियनों के मुख्यालयों पर खुफ़िया सुचनाओं को साझा करने और उसके अनुसार काररवाई करने के लिये स्थापित अमेरिकन पाकिस्तानी साझा केन्द्र की स्थापना के समाचार के बाद यह संभावना भी व्यक्त की जा रही है की लादेन के खिलाफ़ अमेरिका हमला हमला भी पाकिस्तानी की जानकारी में हुआ है ।
विकिलिक्स का नया खुलासा
ओसामा की निगरानी की जानकारी थी पाकिस्तान को
विकिलिक्स ने एक केबल के हवाले से यह खबर उजागर की है कि पाकिस्तान के कबिलाई ईलाके में अमेरिका के द्वारा किये जा रहे ड्रोन हमले उसकी सहमति से होते हैं । सितंबर २००९ से हीं अमेरिका तथा पाकिस्तान के द्वारा संयुक्त अभियान चलाया जा रहा है लेकिन पाकिस्तान के लोगों की अमेरिकी विरोधी भावना के कारण पाकिस्तान ड्रोन हमले की जानकारी होने से ईंकार करता आ रहा है । सितंबर २००९ में अमेरिका तथा पाकिस्तान ने आतंकवाद विरोधी कारवाइ से संबंधित सारी सुचनाओं को एक दुसरे से साझा करने की शुरुआत की थी । सुचनाओं को साझा करने के दायरे में पाकिस्तान सैनिक मुख्यालय को भी रखा गया है । पाकिस्तान के फ़्रान्टियर कार्प , ग्यारहवी कार्प के मुख्यालय में इंटेलिजेंस को साझा करने तथा उसके आधार पर कारर्वाई करने के लिये केन्द्र की स्थापना की गई थी । पाकिस्तान की सेना के चीफ़ जेनेरल अशफ़ाक कयानी ने अमेरिका के सेन्ट्रल कमांड के एडमिरल विलियम जे फ़ालेन को तालिबानी वर्चस्व वाले उतरी एवं दक्षिणी वजिरस्तान की निगरानी करने के लिये कहा था । पाकिस्तान लगातार ड्रोन हमले में अपनी सहभागिता से ईंकार करता रहा है लेकिन इस खुलासे के बाद पाकिस्तान की अपने हीं मुल्क में आलोचना शुरु गई है । पाकिस्तान सेना के विभिन्न बटालियनों के मुख्यालयों पर खुफ़िया सुचनाओं को साझा करने और उसके अनुसार काररवाई करने के लिये स्थापित अमेरिकन पाकिस्तानी साझा केन्द्र की स्थापना के समाचार के बाद यह संभावना भी व्यक्त की जा रही है की लादेन के खिलाफ़ अमेरिका हमला हमला भी पाकिस्तानी की जानकारी में हुआ है ।
विकिलिक्स के द्वारा किये गये खुलासे वाले केबुल को पढे
Viewing cable 09ISLAMABAD2449, S) PAKISTAN ARMY GHQ AGAIN APPROVES EMBEDDING
09ISLAMABAD2449
2009-10-09 07:25
2011-05-20 01:00
SECRET
Embassy Islamabad
VZCZCXRO6340
OO RUEHLH RUEHPW
DE RUEHIL #2449/01 2820725
ZNY SSSSS ZZH
O 090725Z OCT 09
FM AMEMBASSY ISLAMABAD
TO RUEHC/SECSTATE WASHDC IMMEDIATE 5243
INFO RUEHBUL/AMEMBASSY KABUL 0970
RUEHLO/AMEMBASSY LONDON 1467
RUEHNE/AMEMBASSY NEW DELHI 5555
RUEHKP/AMCONSUL KARACHI 2344
RUEHLH/AMCONSUL LAHORE 7946
RUEHPW/AMCONSUL PESHAWAR 6977
RUEKJCS/SECDEF WASHINGTON DC
RUMICEA/USCENTCOM INTEL CEN MACDILL AFB FL
RHEHNSC/NSC WASHINGTON DC
RUEAIIA/CIA WASHINGTON DC
RUEKJCS/JOINT STAFF WASHINGTON DC
RHMFISS/CDR USCENTCOM MACDILL AFB FL
S E C R E T SECTION 01 OF 02 ISLAMABAD 002449
SIPDIS
EO 12958 DECL: 10/05/2034
TAGS PREL, PGOV, PTER, MOPS, PK
SUBJECT: (S) PAKISTAN ARMY GHQ AGAIN APPROVES EMBEDDING
U.S. SPECIAL FORCES PERSONNEL TO SUPPORT MILITARY OPERATIONS
REF: ISLAMABAD 2116
Classified By: Ambassador Anne W. Patterson, Reasons 1.4 (a)(b)(c), and (d)
¶1. (S) Summary: The Pakistani Army has for just the second time approved deployment of U.S. special operation elements to support Pakistani military operations. The first deployment, with SOC(FWD)-PAK elements embedded with the Frontier Corps in XXXXXXXXXXXX, occurred in September (reftel). Previously, the Pakistani military leadership adamantly opposed letting us embed our special operations personnel with their military forces. The developments of the past two months thus appear to represent a sea change in their thinking. End Summary.
¶2. (S) Pakistan Army General Headquarters (GHQ) informed ODRP that it approved a request from the Army’s 11 Corps Commander, Lt. General Masood Aslam, for U.S. SOC(FWD)-PAK personnel to deploy to XXXXXXXXXXXX South Waziristan and XXXXXXXXXXXX North Waziristan, in the FATA, in order to provide intelligence, surveillance, and reconnaissance (ISR) support and general operational advice to the 11 Corps’ XXXXXXXXXXXX. The 11 Corps had informally approached ODRP about our providing such support approximately one week ago; ODRP responded positively.
¶3. (S) SOC(FWD)-PAK support to 11 Corps would be at the XXXXXXXXXXXX and would include a live downlink of unmanned aerial vehicle (UAV) full motion video. SOC(FWD)-PAK’s initial CONOPs envision deployment of six personnel each to XXXXXXXXXXXX. In order to finalize our planning and obtain formal go-ahead from CENTCOM, ODRP has requested additional information on the timing and purpose of the 11 Corps’ planned military operations from Brigadier General Amjad Shabbir, the Army’s Director General of Military Operations (DGMO).
¶4. (S) This is just the second time that GHQ has approved deployment of U.S. special operations elements to support Pakistani military operations. In September 2009, four SOC(FWD)-PAK personnel who were embedded with the Frontier Corps (FC) at XXXXXXXXXXXX in the FATA, provided ISR for an FC operation (reftel). This support was highly successful, enabling the FC to execute a precise and effective artillery strike on an enemy location.
¶5. (S) In recent days, the FC informally approached ODRP for a repeat deployment of SOC(FWD)-PAK personnel to XXXXXXXXXXXX. SOC(FWD)-PAK is preparing a CONOP while the FC obtains approval from GHQ.
¶6. (S) Comment: U.S. special operation elements have been in Pakistan for more than a year, but were largely limited to a training role. The Pakistani Army leadership previously adamantly opposed letting us embed U.S. Special Operations Forces (SOF) with their military forces to support their operations. The recent approval by GHQ -- almost certainly with the personal consent of Chief of Army Staff General Kayani -- for SOC(FWD)-PAK deployments to XXXXXXXXXXXX appears to represent a sea change in Pakistani thinking. Patient relationship-building with the military is the key factor that has brought us to this point. The Pakistanis are increasingly confident that we do not have ulterior motives in assisting their operations. In addition, the direct recipients of SOC(FWD)-PAK training appear to have recognized the potential benefits of bringing U.S. SOF personnel into the field with them for operational advice and other support. In addition, the success of the initial deployment to XXXXXXXXXXXX likely helped catalyze the follow-up requests for new and repeat support.
¶7. (S) Comment Continued: These deployments are highly politically sensitive because of widely-held concerns among the public about Pakistani sovereignty and opposition to allowing foreign military forces to operate in any fashion on Pakistani soil. Should these developments and/or related matters receive any coverage in the Pakistani or U.S. media, the Pakistani military will likely stop making requests for such assistance. End Comment.
ISLAMABAD 00002449 002 OF 002
PATTERSON
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