टूजी घोटाला टायं-टायं फ़िस्स
सोनिया, मनमोहन और करुणानिधि से पुछताछ क्यों नही
सुप्रीम कोर्ट ने टूजी घोटाले की जांच पर असंतोष जताया
सुप्रीम कोर्ट ने टूजी घोटाले की जांच पर नाराजगी जताई । आयकर द्वारा की जा रही जांच को संतोषजनक नही मानते हुये कडी टिपण्णी करते हुये कहा कि दोषी चाहे कितना भी बडा या प्रभावशाली क्यों न हो उसे बख्शा नही जायेगा । सीबीआई ने जांच की प्रगति रिपोर्ट पेश करते हुये कहा की टाटा और रिलायंस कम्युनिकेशन के खिलाफ़ अभी जांच जारी है । टूजी घोटाले में अभी तक मनमोहन सिंह, सोनिया गांधी तथा करुणानिधि से पुछ्ताछ न होना पुरे मामले को संदिग्ध बना रहा है । सीबीआई मात्र एक राजा को बली का बकरा बना कर प्रभावशाली लोगों को बचाना चाहती है । टूजी घोटाले की जांच मात्र किसने पैसा लिया तक सिमट गई है , जबकि इसका सबसे अहम पहलू है मंत्री पद के लिये हुई सैदेबाजी , जिसकी जांच अत्यंत जरुरी है और उससे हीं पता चलेगा कि आखिर वह कौन सा कारण था दूरसंचार विभाग मांगने का , दूरसंचार विभाग ए राजा को मिले इसके लिये कौन-कौन पैरवी कर रहें थे तथा उसके पिछे उनका उद्देश्य क्या था । प्रधानमंत्री ने किसके दबाव में दूरसंचार विभाग डीएमके को दिया और वह कौन सा कारण था कि प्रधानमंत्री दूरसंचार विभाग डीएमके को नही देना चाहते थें , दूरसंचार विभाग के लिये लाबिंग करने के पिछे का सच क्या था । अभी तक टूजी घोटाला अपने अंजाम तक पहुंचता नही दिख रहा है ।
सुप्रीम कोर्ट ने टूजी घोटाले की जांच पर असंतोष जताया
सुप्रीम कोर्ट ने टूजी घोटाले की जांच पर नाराजगी जताई । आयकर द्वारा की जा रही जांच को संतोषजनक नही मानते हुये कडी टिपण्णी करते हुये कहा कि दोषी चाहे कितना भी बडा या प्रभावशाली क्यों न हो उसे बख्शा नही जायेगा । सीबीआई ने जांच की प्रगति रिपोर्ट पेश करते हुये कहा की टाटा और रिलायंस कम्युनिकेशन के खिलाफ़ अभी जांच जारी है । टूजी घोटाले में अभी तक मनमोहन सिंह, सोनिया गांधी तथा करुणानिधि से पुछ्ताछ न होना पुरे मामले को संदिग्ध बना रहा है । सीबीआई मात्र एक राजा को बली का बकरा बना कर प्रभावशाली लोगों को बचाना चाहती है । टूजी घोटाले की जांच मात्र किसने पैसा लिया तक सिमट गई है , जबकि इसका सबसे अहम पहलू है मंत्री पद के लिये हुई सैदेबाजी , जिसकी जांच अत्यंत जरुरी है और उससे हीं पता चलेगा कि आखिर वह कौन सा कारण था दूरसंचार विभाग मांगने का , दूरसंचार विभाग ए राजा को मिले इसके लिये कौन-कौन पैरवी कर रहें थे तथा उसके पिछे उनका उद्देश्य क्या था । प्रधानमंत्री ने किसके दबाव में दूरसंचार विभाग डीएमके को दिया और वह कौन सा कारण था कि प्रधानमंत्री दूरसंचार विभाग डीएमके को नही देना चाहते थें , दूरसंचार विभाग के लिये लाबिंग करने के पिछे का सच क्या था । अभी तक टूजी घोटाला अपने अंजाम तक पहुंचता नही दिख रहा है ।
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