अन्ना जी सरकार की फ़ाड डालो

अन्ना जी सरकार की फ़ाड डालो


शादी तो हुई नही , मनमोहन पर हीं काम चलाओ


मुंबई का गुजरा जमाना याद करो


(पाठको से निवेदन है कि मेरे इस लेख को आप यह मानकर पढें कि मैं अन्ना के खिलाफ़ हूं और कारण है अन्ना का पाखंड , मैने बिहार मीडिया को शुरु करने के पहले यह संकल्प लिया था कि भ्रष्टाचार के खिलाफ़ मेरा संघर्ष होगा, दबाव के आगे नही झुकुंगा , जेल और गोली का सामना करुंगा , आज मेरे संकल्प की परीक्षा की घडी है अगर आज झुक गया तो जिवन में कभी भी सिर नही उठा पाउंगा , अपने बहुत अजीज भडास मीडिया के संपादक यशवंत से भी इस मुद्दे पर बहस कर चुका हूं , उन्होने मुझे अन्ना के पक्ष में लाने के लिये तरह – तरह के तर्क दियें , यशवंत अभी बच्चे हैं, भ्रष्टाचार के खिलाफ़ जंग इतनी आसान नही है , और यशवंत जैसे लोग उस जंग को लड भी नहीं सकतें। अगर मेरे सामने यह विकल्प हो कि मैं गांधी, जवाहर , भगत सिंह, सुभाष चन्द्र बोस और गैलिलिओ में से क्या बनना पसंद करुंगा तो मेरा जवाब होगा गैलिलिओ . दुनिया के सारे लोग भी जब एक तरफ़ होंगे, मैं अपनी लडाई जारी रखुंगा , अब प्रश्न यह उठ सकता है कि जब सारे लोग मेरे खिलाफ़ होंगे तो लडाई किसके लिये, तो मेरा जवाब है अपनी अन्तरात्मा के लिये )


अन्ना की शादी नही हुई है । कारण था कि कोई भी अपनी बेटी इन्हें देने के लिये तैयार नही था। कारण था सेना की नौकरी । कोई भी उस समय सेना के जवान के साथ अपनी बेटी नही ब्याहना चाहता था । सेना में भी वही भर्ती होता था जो किसी काम का न हो या आवारा हो। अन्ना आवारा थें। मुंबई में अपनी निसंतान चाची के यहा रहकर पढते थें । सातवीं तक पढाई की । मुंबई में हीं फ़ूल बेचा करते थें , बाद में उन्होने एक फ़ूल की दुकान खोली । पैसा आने लगा तो आवारा लडकों का एक गैंग बनाया जो मुहल्ले में दादागिरी करते थें। अन्ना यह सब नही बताते हैं । छुपाते हैं।

इसके आगे की कथा भी सुनिये लडकियों के साथ छेडछाड और वह सबकुछ करते थें जो आवारा लडके करते हैं । अन्ना गांधीवादी बनने का ढोंग कर रहे हैं। मनीष सिसोदिया तथा अरविंद केजरीवाल ने नई तकनीक के सहारे और भ्रष्ट मीडिया को पैसा देकर हिरो बना दिया है । अन्ना सिर्फ़ अपनी मुंबई की जिंदगी के बारे में बतायें।


अब एक और गांधीवादी के विषय में बताता हूं । जयप्रकाश नारायन । हालांकि मैं किसी के सेक्स जिवन के बारे में तबतक नहीं लिखता जबतक वह व्यक्ति या या उसके समर्थक , उसके पक्ष में गलत प्रचार न करें। जयप्रकाश नारायन जी की एक प्रेमिका थीं , अग्रवाल जाति की । सुन्दर, गोरी , सेक्सी। जयप्रकाश जी के साथ मजबूरी थी , अपने साथ रख नही सकते थें , उन्होने उसे एक गरीब , मुंशी का काम करनेवाले कायस्थ के मत्थे मढ दिया । साथ में दौलत की भी व्यवस्था करा दी ताकि व्यवसाय कर सके वह बेचारा ।


जयप्रकाश की वह प्रेमिका जनता पार्टी के शासन दौरान बिहार सरकार में मंत्री भी बनी। वह कायस्थ ्व्यवसायी , जिसके मत्थे अपनी प्रेमिका को जयप्रकाश नारायन ने मढा था , वह भी राज्यसभा का सांसद बना । भारत के प्रधान मंत्री चन्द्रशेखर के काफ़ी करीब था वह । अभी सुबोधकांत सहाय जो मंत्री हैं , उनका वह राजनीतिक गुरु था । एक कार दुर्घटना में उसकी मौत हो गई । चन्द्रशेखर स्वंय उसकी शव यात्रा में पैदल चलकर श्मशान तक गयें थें।


यह सबकुछ बताने का कारण मात्र इन चेहरों की असलियत बताना भर था । अन्ना गलत आदमी हैं । ये गांधी कभी नहीं बन सकतें। देश भर में सारे भ्रष्टाचारी अन्ना के पक्ष में प्रदर्शन कर रहे हैं । आप उन प्रदर्शन करनेवालों को देखिये बात आपकी समझ में आ जायेगी ।

टिप्पणी के साथ अपना ई मेल दे जिस पर हम आपको जवाब दे सकें

Comments

  1. यह क्या है जी? जयप्रकाश जी पर भी आरोप और ऐसा!

    ReplyDelete

Post a Comment

टिपण्णी के लिये धन्यवाद

Popular posts from this blog

आलोकधन्वा की नज़र में मैं रंडी थी: आलोक धन्वा : एक कामलोलुप जनकवि भाग ३

भूमिहार :: पहचान की तलाश में भटकती हुई एक नस्ल ।

भडास मीडिया के संपादक यशवंत गिरफ़्तार: टीवी चैनलों के साथ धर्मयुद्ध की शुरुआत