वरिष्‍ठ पत्रकार शेष नारायण सिंह जनसंदेश टाइम्‍स के ब्‍यूरोचीफ बने



वरिष्‍ठ पत्रकार व कॉलमिस्‍ट शेष नारायण सिंह को जनसंदेश टाइम्‍स ने अपने साथ जोड़ लिया है. उन्‍हें दिल्‍ली का ब्‍यूरोचीफ बनाया गया है. अपनी तीखी लेखन शैली के लिए पहचाने जाने वाले शेष नारायण सिंह उर्दू अखबार शहाफत के भी ज्‍वाइंट एडिटरभी हैं. जनसंदेश टाइम्‍स का प्रकाशन लखनऊ से हो रहा है तथा शेष नारायण सिंह दिल्‍ली में अखबार की जिम्‍मेदारी संभालेंगे.
शेष नारायण सिंह वस्तुत: समाजवादी विचारधारा के लेखक माने जाते हैं । शेषजी पत्रकारिता और पत्रकारिता शिक्षा के क्षेत्र में सक्रिय रहे हैं. इनकी प्रिंट, टीवी, रेडियो एवं वैकल्पिक मीडिया पर समान पकड़ है. वे राष्‍ट्रीय सहारा, एनडीटीवी स्‍टार न्‍यूज में कई वर्षों तक रहे हैं. एनडीटीवी की लांचिंग टीम के सदस्‍य रहे हैं. बीबीसी हिंदी रेडियो सेवा में आउट साइड कंट्रीब्‍यूटर भी रहे हैं. कई अन्‍य अखबारों में भी उन्‍होंने थोड़े-थोड़े समय काम किया है. वे दैनिक जागरण इंस्‍टीट्यूट एंड मास कम्‍यूनिकेशन में भी पत्रकारिता के शिक्षक के रूप में सेवाएं दी हैं. इन दिनों वो वैकल्पिक मीडिया में भी जमकर लेखन कर रहे थे. शेष नारायण सिंह के कॉलम राष्‍ट्रीय सहारा, दैनिक जागरण समेत कई अखबारों में बराबर छपते रहते हैं.

उनकी कुछ रचनायें अत्यंत सराहनीय हैं हम प्रयास कर रहे है कि उनकी रचनाओं को प्रकाशित करने का।




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