केजरीवाल तो साला तेज निकला

केजरीवाल तो साला तेज निकला
अभी एक नया विवाद खडा हो गया है, वह है अन्ना चौकडी के   सी आइ ए की कवर एजेंसी फ़ोर्ड फ़ाउंडेशन के इशारे पर काम करनेवाले शातिर अरविंद केजरीवाल का बयान ।मुंबई के फ़्लाप शो के बाद  केजरीवाल को कुत्ता भी अपने योग्य नही मान रहा था । यूपी के चुनाव में कांग्रेस को सबक सिखाने का मंसूबा पाले इस एजेंट को राहुल गांधी के ड्रामे ने चारो खाने चित कर दिया था । कोई घास भी नही डाल रहा था । इसने अपने चमचो के द्वारा कुछ भीड इकठ्ठी करवाई और एक साजिश के तहत भाषण दे मारा कि संसद में चोर लुटेरे बैठे हैं । सारे राजनीतिक दल हो हल्ला मचाने लगें । इसके बयान को हमने भी टीवी पर देखा था और देखकर मुस्कुरा रहा था । इसके भाषण से टपक रही हताशा का मजा ले रहा था मैं,  और समझ गया था कि इस तरह के भाषण का मतलब खबरो मे आना है । मैने अपनी पत्नी से मजाक करते हुये यह भी कहा था , साला अब यह अपनी बीबी से भी पिटायेगा , इसने अपनी के सामने डिंग मारी होगी कि मैं प्रधानमंत्री बनुंगा , अब यह एक मुखिया बनने लायक भी नही रह गया , बेचारा । मुझे क्या मालूम कि हमारे देश के राजनेता अरविंद से भी ज्यादा हताशा में हैं , उन्होने वही किया जो यह केजरीवाल नाम का जमूरा चाहता था ।


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