काबीना मंत्री प्रेम कुमार के साले पर बलात्कार का आरोप , मंत्री के दबाव पर मामला रफ़ा दफ़ा
बिहार के मंत्री प्रेम कुमार के साले पर बलात्कार के प्रयास का मुकदमा
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यह घटना कल रात की है । बिहार सरकार के कैबिनेट मंत्री प्रेम कुमार की ससुराल गया के अंदर गया मुहल्ले में है । कल रात वहां भोज था उसी दौरान मंत्री के साले ने अपने पडोस में रहनेवाले एक व्यक्ति किशोरी रजक जो पटना जीआरपी में सिपाही है उसके साथ मंत्री के साले बबलू ने मारपीट करनी शुरु कर दी । सिपाही किशोरी रजक का कहना है कि मंत्री का साला अक्सर उसकी पत्नी के साथ जोर जबरदस्ती एवं गलत हरकत करता था । यह भी आरोप लगाया है कि कुछ दिन पहले हीं उसकी पत्नी के साथ मंत्री के साले ने दुष्कर्म किया था । सोमवार की रात को भी गलत गलत हरकत करने की मंशा में उसके घर घुसने का प्रयास किया और जब सिपाही ने विरोध किया तो मंत्री के साले ने रिवाल्वर निकालकर गोली चला दी । हाथापाई होने लगी और सिपाही ने अपनी जान बचाने के लिये मंत्री के साले के हाथ से रिवाल्वर छीन लिया । मंत्री के साले के गुर्गे वहां जमा हो गये और उन्होनें सिपाही को बगल के समुदायिक भवन में बंधक बना कर उसकी पिटाई की । सिपाही ने यह भी आरोप लगाया है कि मंत्री का साला बबलू वर्षो से उसके परिवार का शोषण कर रहा है । सिपाही के दस वर्षीय पुत्र आकाश कुमार उर्फ़ भानु ने बयान दिया है कि उसके पापा की अनुपस्थिति में मंत्री के साले बबलू अक्सर घर में घुसकर उसकी मां के साथ गलत हरकत करता है । घटना की सूचना मिलने पर पुलिस तो आई लेकिन उसने सिपाही के उपर मंत्री के साले द्वारा गलत केस दर्ज किया जिसमे साले ने आरोप लगाया है कि सिपाही उससे रिवाल्वर छीनने का प्रयास कर रहा था । पुलिस ने मंत्री के साले पर कार्रवाई करने के बजाय सिपाही और उसके नाबालिक पुत्र को बगल के पुलिस चौकी में बैठा लिया । मंत्री प्रेम कुमार ने आकर मामले को रफ़ा दफ़ा कराया । यहां यह बताते चले की मंत्री का अपना घर स्टेशन रोड में है लेकिन वे रहते ससुराल में हीं हैं क्योंकि उनका संबंध अपने सहोदर भाई के साथ खराब है । कारण है दो नंबर की संपति । मंत्री के ससुराल के नाम पर हीं अरबो की अवैध कमाई जमा है । गया के हर शख्स को पता है कि मंत्री की काली कमाई ससुराल वालों के नाम पर है । अगर नही जानकारी होने का दिखावा करता है तो सरकार का विजिलेंस । कभी कोयले की गुल फ़ैक्टरी चलाने वाले मंत्री प्रेम कुमार आज हजारो कठ्ठा जमीन जो गया से लेकर बिहार और दिल्ली तक में है , के मालिक हैं और यह सबकुछ उनके ससुराल वालों के नाम पर है । मंत्री का एक खास आदमी है राजकुमार गुप्ता जिसका निवास स्टेशन रोड में स्थित है । यह मंत्री के काले एवं बेनामी धंधे की देखभाल करता है । सूत्रो के अनुसार राजकुमार ठेके का कार्य करता है जिसमें मंत्री की भी हिस्सेदारी है । इस पूरे घटना में सबसे शर्मनाक रवैया पुलिस का रहा और घटना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने उल्टा पीडित को हीं पुलिस अड्डे में बैठाकर रखा तथा मंत्री ने आकर समझौता करवाया यानी बलात्कार के एक मामले को रफ़ा दफ़ा कर दिया गया । बिहर मीडिया ने संबंधित थाना प्रभारी सिविल लाईन से फ़ोन पर जब जानकारी मांगी कि किस धारा के अंतर्गत मुकदमा हुआ है तो तो उन्होने अनभिग्यता प्रकट की लेकिन यह बताया कि मामले में समझौता हो गया है । समझौता करवाने में मंत्री की क्या भूमिका थी पूछने पर फ़िर जानकारी न होने का हवाला दिया । सब मिलाकर यह कहा जा सकता है कि पुलिस की मदद से पीडित पर दबाव बनाकर मंत्री के निर्देश पर मामले को रफ़ा -दफ़ा कर दिया गया है .
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