अन्ना का मौन , लायेगा उनके अंदर बदलाव , शायद जन्म ले रहे हैं  गांधी
अन्ना ने कोर कमेटी की बैठक में नहीं जाने का निर्णय लिया है । अन्ना अभी मौनवत्र नहीं तोडना चाहते हैं । जैसा उन्होने अपने ब्लाग पर बताया है कि उनके पैरों में सूजन है तथा घुटने में भी तकलीफ़ है और मौन वत्र से उन्हें फ़ायदा हो रहा है इसलिये अभी वे वत्र को नहीं तोडना चाहते हैं। मैने अपने एक लेख में (लेख का लिंक ) अन्ना के पाकिस्तान के खिलाफ़ युद्ध करने और मौन वत्र के तरीके पर आपति जताई थी । मेरा यह मानना था कि अन्ना अध्यात्मिक भावना से मुनवरत पर हैं लेकिन आज के अन्ना के ब्लाग से यह स्पष्ट हो गया कि शारिरिक अवस्था और तकलीफ़ के कारण वे मौन हैं। अन्ना का मौन एक अच्छी शुरुआत है । अन्ना के ग्रुप और उनके विरोधी दोनों को चाहिये की अभी अन्ना के उपर कोई टिका टिपण्णी न करें। अन्ना के ग्रुप को अभी अन्ना के स्वास्थ्य पर ध्यान देना चाहिये फ़ालतू की बयानबाजी न करें। अन्ना को अपने सांचे में ढालने का प्रयास न करें। अभी बहुत कुछ होना बाकी है । इतने दिनो तक लोकपाल नही बना तो दो चार साल न भी बनेगा तो अंतर नहीं पडनेवाला । अन्ना को जनता भ्रष्टाचार के खिलाफ़ एक पहचान , आवाज मानती है न की लोकपाल बिल।पास कराने के लिये लडनेवाला . भ्रष्टाचार की लडाई लंबी है । केजरीवाल , किरन , प्रशांत जैसे नही लड सकते हैं यह लडाई । फ़्राड करके उसे सही ठहराने की बेशर्मी किरन बेदी और केजरीवाल हीं कर सकते हैं । मैने पुन: अन्ना को एक पत्र लिखा है उनके ब्लाग पर उसे यहां दे रहा हूं , पत्र को यहां प्रकाशित करने का कारण मात्र यह है कि मैं अन्ना को गांधी बनते देखना चाहता हूं और केजरीवाल तथा उनके ग्रुप से दुर र्हे यह मेरी इच्छा है ।
अन्ना का पत्र जो उनके ब्लाग पर है



Ralegan Siddhi
27th October 2011
My Dear Sisters and Brothers,
Namaskar!
My health still doesn't permit me to give up my 'maun vrat'.
There is still some swelling on my feet and the knee troubles me a lot.
'Maun vrat' helps me heal my body from within and outside.
Verbal Communication with people is an exertion for me leaving me very weak.
Hence keeping my physical condition in mind I have taken the decision to go on with 'maun vrat'.
Jai Hind!
K.B. Hazare (Anna)


मेरा पत्र जो आज मैने अन्ना के ब्लाग पर लिखा है
1.       Madan Tiwary says:
Your comment is awaiting moderation.
if the reason for Maun vart is healing and not spiritual then it is justified. I have made a comment earlier regarding communicating with people through writing, as in my opinion it was not Maun vart. . You have worked hard tirelessly and body and mind need rest too . I dont believe in god or religion but dont think I am communist rather i am not confident whether god exist or not so i prefer neither believe nor denounce existence of god but i believe in nature so I pray to nature for your early recovery.

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