शाबास अश्विन
BCCI के पूर्व चीफ एन श्रीनिवासन के बेटे अश्विनी ने अपने पिता पर जबरदस्ती शादी के लिए दबाव बनाने का आरोप लगाया है । अश्विन की सेक्स की पसंद अलग है । वह गे है और अपने पार्टनर अवि मुखर्जी के साथ एक अच्छी खुशहाल लाइफ़ व्यतीत कर रहा था ।
एन श्रीनिवासन चाहते है कि उनका बेटा किसी महिला से शादी कर ले ताकि उनका वंश चले।
अभी कुछ दिन पहले एम्स का एक मामला चर्चित हुआ था जिसमे एक महिला डाक्टर ने आत्म ह्त्या कर ली थी ।
आत्म ह्त्या का कारण उसने अपने सुसाइड नोट में बताया था कि उसका पति गे था जिसका पता उसे शादी के तुरंत बाद चला । उसने अपने पति को सुधारने का पूरा प्रयास किया परन्तु वह धीरे धीरे हिंसक होता गया । अंत में उस महिला डाक्टर ने निराश होकर आत्म ह्त्या कर ली ।
फेसबुक पर अधिकाँश लोगो ने महिला को ही दोषी ठहराया था इस आधार पर की उसने तलाक क्यों नहीं लिया ।
मैंने उस महिला के पक्ष में लिखा था ।
सोशल मीडिया अति नैतिकवान पाखण्डियो से भरा पडा है जिन्हें व्यवहारिकता का रत्तीभर ज्ञान नहीं है । तलाक के लिए पर्याप्त साक्ष्य चाहिए । जो व्यक्ति अपनी सेक्सुअलिटी छुपाकर शादी कर सकता है वह कोर्ट में कभी भी नहीं स्वीकार करेगा कि गे है ।
मै किसी भी सेक्सुअल ओरिएंटेशन वाले से नफ़रत नहीं करता हूँ । वह किसी का नितांत निजी मामला है । परन्तु मेरा मानना है कि आप झूठ बोलकर मात्र सामजिक प्रतिष्ठा और नैतिकता का दिखावा करने के लिए किसी के जीवन के साथ न खेले । अगर गे है या लेस्बियन है तो फिर सामजिक पारिवारिक प्रतिष्ठा , वंश को आगे बढाने के नाम पर किसी महिला या पुरुष की जिंदगी न खराब करे ।
फेसबुक पर भी एक गे विजय सिंह ठकुराय से मेरा इसी कारण गहरा विवाद रहा ।
वह महिलाओं पर डोरे डालता था ताकि उनके माध्यम से लड़को को रिझा सके ,उनका चारे की तरह इस्तेमाल करे अपनी सेक्सुअल इच्छा की पूर्ति के लिए ।
एन श्री निवासन ने अश्वनी पर सिर्फ वंश संचालन और सामाजिक प्रतिष्ठा के लिए दबाव बनाया है । उसे और उसके गे पार्टनर अवि मुखर्जी को कैद कर के रखा है । उनके साथ मारपीट की है ।
इतनी प्रताड़ना और दबाव के बावजूद अश्वनी ने हार नहीं मानी और अपने पिता के खिलाफ विद्रोह कर दिया तथा शादी करने से इनकार कर दिया है ।
अश्वनी ने न सिर्फ अपनी पसंद के निजी अधिकार की रक्षा की बल्कि किसी लड़की के जीवन को भी तबाह होने से बचा लिया । यह बहादुरी भरा कदम है ।
मै अश्वनी की प्रशंसा करता हूँ जिसने पाखंडी भारत में इस तरह का साहसिक कदम उठाया ।
तुम एक महान और सच्चे इंसान हो अश्वनी ।
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