बीएचयू में अमेरिकी महिला से सामूहिक दुराचार का प्रयास

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बीएचयू में अमेरिकी महिला से सामूहिक दुराचार का प्रयास
Publish Date:Sat, 09 May 2015 08:56 PM (IST) | Updated Date:Sat, 09 May 2015 09:03 PM (IST)

बीएचयू में अमेरिकी महिला से सामूहिक दुराचार का प्रयास
वाराणसी । काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) परिसर में भारतीय मूल की अमेरिकी महिला डाक्टर के साथ सामूहिक दुराचार के प्रयास का सनसनीखेज मामला प्रयास में आते शनिवार को यहां हड़कंप मच गया। वारदात 22 अप्रैल की रात की है। दुराचार में विफल बदमाशों ने महिला डाक्टर के साथ न केवल मारपीट की, बल्कि उनका मोबाइल व अन्य सामान लूट कर भाग निकले।
इस मामले में लंका पुलिस का रवैया बेहद खराब रहा। महिला डाक्टर की भागदौड़ के बाद 28 अप्रैल को लंका पुलिस ने रिपोर्ट तो दर्ज की, पर हाथ पर हाथ धरे बैठी रही। शनिवार को दिल्ली स्थित अमेरिकी दूतावास से फोन आने के बाद पुलिस महकमा सक्रिय हुआ। शाम तक इस मामले में सीर के चार लड़कों को हिरासत में ले लिया गया। उनसे पूछताछ की जा रही है। उधर, बीएचयू के कुलपति ने आयुर्वेद संकाय के अध्यक्ष से इस मामले में रिपोर्ट मांगी है।
आत्मरक्षा के प्रशिक्षण ने बचाई अस्मत
40 वर्षीय भारतीय मूल की महिला डाक्टर ने अमेरिका की नागरिकता ले रखी है। लंका क्षेत्र में किराये के मकान में रहकर वे बीएचयू स्थित आयुर्वेद संकाय से रिसर्च कर रही हैं। 22 अप्रैल की रात वे सहेली के साथ बीएचयू परिसर में टहल रही थीं।
रात लगभग पौने आठ बजे आइआइटी परिसर के सामने चार-पांच युवकों ने घेर लिया। उन्होंने उन्हें एक तरफ खींचने की कोशिश की। महिला डाक्टर ने आत्मसुरक्षा का प्रशिक्षण ले रखा था, इसलिए युवकों की मंशा भांपते ही वे उनसे भिड़ गईं। नतीजा, युवक दुराचार में नाकाम हुए।
सामने आया पुलिस का उदासीन चेहरा
महिला डाक्टर रात में ही लंका थाने पहुंच गई थीं, लेकिन थाना प्रमुख रमेश यादव ने उन्हें चुप रहने की बात कहकर टरका दिया। व्यथित महिला डाक्टर अपने एक मित्र के साथ एसएसपी के यहां पहुंची। एसएसपी ने मुकदमा दर्ज कर विवेचना का निर्देश दिया लेकिन लंका थानाध्यक्ष ने फिर भी रपट दर्ज नहीं की।
तब डाक्टर पहुंचीं अमेरिकी दूतावास
वाराणसी पुलिस से निराश महिला डाक्टर ने दिल्ली स्थित अमेरिकी दूतावास से संपर्क साधा। दूतावास के अधिकारियों ने आला अधिकारियों से वार्ता की। राजधानी लखनऊ से फोन आते ही लंका थानाध्यक्ष ने 28 अप्रैल को मामला दर्ज किया लेकिन मामले को पूरी तरह से दबाए रखा।
और फिर सक्रिय हुई पुलिस
दिल्ली में प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र में अमेरिकी महिला डाक्टर के साथ छेड़खानी का मामला सामने आया तो प्रशासनिक तंत्र खड़बड़ाया। आनन फानन क्राइम ब्रांच की टीम लगा दी गई और शनिवार शाम तक लंका के सीर इलाके से चार युवकों को हिरासत में भी ले लिया गया।

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