M. chidanand murthy ousted humiliated

बेंगलुरु। 84 साल के मशहूर कन्नड लेखक, शोधकर्ता और इतिहासकार डॉ. एम. चिदानंद मूर्ति को बुधवार को कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के सामने एक कार्यक्रम में घसीटा गया। मूर्ति को कार्यक्रम से बाहर कर हिरासत में भी लिया गया। विधान सभा के बैंक्वेट हॉल में यह हैरान कर देने वाली घटना मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के सामने हुई।
राज्य सरकार ने कन्नड कवि देवार दासिमैय्या का जन्मशती मनाने के लिए यह कार्यक्रम आयोजित किया था। मुख्यमंत्री बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे थे। मशहूर लेखक चिदानंद मूर्ति अपने समर्थकों के साथ कार्यक्रम में पहुंचे। मूर्ति को इस बात पर आपत्ति थी कि दासिमैय्या को वछाना कवि माना गया। वछाना कन्नड में लेखन का एक रूप है, जो 11वीं सदी में ईजाद हुआ था।
मूर्ति का कहना था कि जेडारा दासिमैय्या वछाना कवि हैं, देवारा दासिमैय्या नहीं। इस बात से खफा आयोजकों ने मूर्ति को घसीटकर हॉल से बाहर निकाल दिया। आयोजकों ने सिविल ड्रेस में मौजूद पुलिसकर्मियों का भी सहयोग लिया। बाद में मूर्ति को समर्थकों के साथ हिरासत में ले लिया गया। कार्यक्रम के बाद जब मुख्यमंत्री से इस पर सवाल किया गया तो वह टालमटोल करते दिखाई दिए। वहीं, संस्कृति मंत्री उमाश्री ने सरकार का बचाव किया। हालांकि उन्होंने यह जरूर माना कि जिस तरह से मशहूर लेखक को बाहर किया गया वह गलत था। विपक्ष के नेता जगदीश शेट्टार ने भी पुराने साहित्यकार के प्रति इस रवैये की निंदा की।

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